हरेला: हरेला पर्व में पौधरोपण केवल फ्रॉम मल्टी तक सीमित ना रहे, जिलाधिकारी

नई टिहरी जिला कार्यालय में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में हरेला पर्व की तैयारियों को लेकर एक बैठक संपन्न हुई। की आगामी महा 16 जुलाई को प्रदेश सहित जनपद में वृत्त स्तर पर वृक्षारोपण कर हरेला पर्व मनाया जाएगा इस वर्ष हरेला इस वर्ष हरेला पर्व नदियों का संरक्षण एवं पुना जीवन थीम पर आधारित है जिसका उद्देश्य सूख चुके या सूखने की कगार ऑफ आ चुके जल स्रोतों नदियों में जल की मात्रा को बढ़ाकर उनको पुनर्जीवित करना है। बैठक में विभागाध्यक्षों की अनुपस्थित अधिकारी ने कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि या उन अधिकारियों तथा विभागाध्यक्षों के लिए प्रथम और अंतिम चेतावनी है जिनको बैठक की सूचना मिलने के बावजूद भी बैठक में उपस्थित नहीं हुए हैं। स्पष्ट किया कि यदि आगे इस प्रकार की लापरवाही बरती जाती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीएम ने बैठक में हरेला पर आयोजन समिति के सदस्यों तथा अधिकारियों को रूपरेखा तैयार करने की साथ ही दायित्वों के निर्वहन में किसी प्रकार की शिथिलता न बरतने के निर्देश दिए हैं। जय अधिकारी ने कहा कि इस वर्ष जनपद को पौधरोपण का जो भी लक्ष्य दिया जाएगा उसे हर कीमत पर पूरा किया जाएगा। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि हरेला पर्व में पौधरोपण केवल फॉर्मेलिटी तक सीमित ना रहे इसलिए कार्य योजना को सही ढंग से तैयार कर उसको धरातल पर उतारना आवश्यक है।


जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद की प्रत्येक ग्राम पंचायत में मनरेगा के अन्य कारों के साथ-साथ कम से कम 10 का रिजल्ट शिक्षण संबंधी हो इस हेतु जनपद के ग्राम पंचायतों के साथ उदारता बरतते हुए जागरूकता लाने के निर्देश दिए हैं।


इसके अलावा डीएम ने जनपद में ऐसे जल स्रोतों को चीनी करण के भी निर्देश दिए हैं जिसमें पानी की निकासी का स्थान 50% से कम हो चुका हो। ताकि ऐसी जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए स्तर पर प्लानिंग की जा सके। जय अधिकारी ने जल संरक्षण संबंधी कार्यों में मनरेगा की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया,कहा कि सभी संबंधित विभाग जल संरक्षण संबंधी कार्यों को मनरेगा से कन्वेंशन कर संपन्न करा सकते हैं। इस हेतु आपसी समन्वय को मजबूती प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।


जिलाधिकारी ने कहा कि जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए जनपद के हर व्यक्ति का सहयोग जरूरी है। ताकि वृद्ध स्तर पर वृक्षों का रोपण कर नदी नालों को पुनर्जीवित किया जा सके इस हेतु उन्होंने वन विभाग को पौध की व्यवस्था करने, विभागों को पौधरोपण का लक्ष्य दिए जाने के निर्देश दिए हैं।


बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक रुहेला जियोटीवी वन प्रभाग कोकोरोको डीएफओ टिहरी डैम वन प्रभाग वृषभ डीआरडीए भरत चंद्र भट्ट वीडियो आनंद भाकुनी शासी अभियंता जल संस्थान सतीश चंद्र नौटियाल शासी अभियंता सिंचाई खंड नई टिहरी परिणाम आजीविका डॉक्टर हीरा बल्लभ पंत अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद टिहरी के अलावा अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित थे